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संस्कृति और विरासत

भदोही में मुगल काल से ही कालीन का कार्य हो रहा है | यहाँ पारंपरिक के साथ ही नए डिज़ाइन के कालीन का कार्य भी हो रहा है। ये डिजाइन पुरानी फ़ारसी शैली की हैं| मुख्य रूप से कालीन बुनाई केंद्र खामरिया और भदोही के आसपास स्थित हैं। यहाँ के कार्पेट का विदेशों में भी निर्यात किया जाता हैं।

अर्न्‍तराष्‍ट्रीय बाज़ार में कालीन के 6 मुख्‍य उत्‍पादक हैं- ईरान, चीन, भारत, पाकिस्‍तान, नेपाल, तुर्की। नाटेड कालीन निर्यात का 90 प्रतिशत ईरान, चीन, भारत और नेपाल से होता है जिसमें ईरान 30 प्रतिशत, भारत 20 प्रतिशत और नेपाल का हिस्‍सा 10 प्रतिशत है। कालीन निर्यात का 95 प्रतिशत यूरोप और अमेरिका में जाता है। अकेले जर्मनी 40 प्रतिशत कालीन आयात करता है। भदोही के कालीनों के निर्माण के सम्‍बन्‍ध में आश्‍चर्यजनक बात यह है कि यहाँ इस उद्योग का कच्‍चा माल पैदा नहीं होता। केवल कुशल श्रम की उपलब्‍धता ही सबसे बड़ा अस्‍त्र है। जिसके बल पर भदोही अपनी छाप विश्‍व बाज़ार में बनाए है।